हो सकता है कि किन ज्यादा भावुक हो रही थी ?
किन जहीए को क्रोध आया। जब वह इन अचानक से आए विचारों से छुटकारा पाने वाली थी, तो उसका शरीर अचानक आगे की ओर खिसका एक शक्तिशाली ताकत द्वारा और तुरंत ही उसके बाद तेज शोर फुटपाथ और टायर के बीच सुनाई दिया।
अंधेरे और खाली गलियों में शोर असामान्य रूप से तेज चुबने वाला था।
किन जहीए इस शोर से भयभीत हो गई, फिर उसे महसूस हुआ कि वो कार जो तेज रफ्तार में थी, जो अचानकसे से सड़क पर आकर रूक गई थी।
गु यूशेंग ने अचानक कार को क्यों रोका था?
किन जहीए ने शांत रहने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही उसने अपना सिर घुमाया और गु यूशेंग को देखा, उसके कंधे और उसके शरीर को तेजी से सीट पर वापस जबरदस्ती खींचा। किन हैरान रह गई और अगले ही पल उसने सीट बेल्ट की ढीली होने की आवाज सुनी।
इस आवाज से किन जहीए को महसूस हुआ कि कुछ गलत होने वाला था। कुछ पल के बाद उसने महसूस किया कि उस पल क्या हो रहा था। बम उसके सिर में फट गया हो।
यह पता चला कि उसे गु हवेली में गुस्सा नहीं आया था, इसलिए नहीं क्योंकि उसने किन की तरकीब को समझ लिया था लेकिन इसलिए वह वहां अपना गुस्सा दिखाना नहीं चाहता था।
जब वो दोनों विला में थे, तो उन्हें डर था कि अगर गु यूशेंग किन पर गुस्सा होगा तो दादाजी उसे ही दोषी ठहराएंगे। इसलिए, वो किन को अस्पताल के बहाने बाहर ले आया था।
इस समय, वे गु हवेली से बहुत दूर थे, और कोई नहीं था जिससे गु यूशेंग को डर हो, इसलिए वह अपनी वास्तविक भावनाओं और प्रतिक्रियाओं को प्रकट कर सकता था।
कोई आश्चर्य नहीं कि किन को महसूस हुआ कि गु यूशेंग अजीब सा व्यवहार कर रहा था।
स्थिति से परिचित, किन जहीए ने तुरंत दरवाजा खोलने के लिए आगे हुई, गु यूशेंग से बचने की कोशिश की, लेकिन गु यूशेंग ने किन के मुकाबले ज्यादा जल्दी प्रतिकिया दी। इससे पहले कि किन हैंडल को पकड़ती, गु यूशेंग ने उसे फिर से पकड़ा और पूरी ताकत से उसके ऊपर चढ़ गया।
वो दोनों कार में थे ... किन जहीए की उंगलियों ने हिंसक तरीके से मारा।
वह एक पागल औरत की तरह संघर्ष करने लगी।
कार के अंदर इतनी जगह नहीं थी कि किन गु यूशेंग से दूर हो जाती और अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी वो थोड़ा सा भी हिल नहीं सकी।
उसे दया की भीख मांगना पसंद नहीं था, तब भी जब उसके साथ वो गलत व्यवहार कर रहा था, उसने संघर्ष करने के लिए अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल किया, हालांकि, सफल नहीं हुई लेकिन उसने गु यूशेंग से उसे छोड़ देने के लिए भीख नहीं मांगी क्योंकि वो जानती थी कि वह उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रहा था और उसका अपमान कर रहा था। अगर वो दया के लिए निवेदन भी करती, वो उसको जाने नहीं देगा।
किसी ऐसी चीज के लिए भीख मांगने के बजाए जो वह कभी नहीं करेगी, वह अपनी सारी कोशिशों के साथ अपनी गरिमा को बचाने के लिए तैयार थी।
लेकिन इस बार, वह कर रहा था ...कार में ! गली में!
किन जहीए पूरी तरह से घबरा गई थी, इसलिए उसने कांपती हुई आवाज में उससे भीख मांगी, "प्लीज मुझे जाने दो! प्लीज ! मैं अब से तुमसे दूर रहूंगी ... प्लीज ..."