सीईओ वान के लिए फोन करने का एकदम सही समय था क्योंकि वह भी उन्हें कॉल करने की योजना बना रही थी।
"हैलो सीईओ वान।" टैंग मोर ने अभिवादन करते हुए कहा।
"हैलो मिस टैंग।"
"सीईओ वान डीएचए के अधिकारियों ने पहले ही फाइनल के लिए आधिकारिक सूची जारी कर दी थी। लिन रुक्सी के नाम की घोषणा क्यों की गई है जबकि मैं सूची में नहीं हूँ?" टैंग मोर ने कमरे में मौजूद हाथी को संबोधित करने का फैसला किया और इस विषय को खोल कर रख दिया।
"यह ..." सीईओ वान ने हकलाते हुए कहने की कोशिश की पर प्रतीत होता था कि वह प्रतिक्रिया देने के लिए सक्षम नहीं थे। "मिस टैंग क्या आपके पास कल मिलने का समय होगा? मैं इस बात को फोन पर नहीं समझा सकता हूँ। कल आमने-सामने मिलते हैं ताकि हम बात कर सकें।"
टैंग मोर ने कुछ समय सोचने के बाद कहा "ठीक है।"
सीसी बार।
वेटर टैंग मोर को एक शानदार कमरे में लाया। "मिस टैंग सीईओ वान अंदर है।"
"ठीक है धन्यवाद।"
टैंग मोर ने दरवाज़ा खोला और एक झटके के साथ उसका स्वागत किया गया। ना केवल वहाँ सीईओ वान थे बल्कि अन्य दो लोग भी मौजूद थें।
गू तियानलिंग और खानसामा ये।
टैंग मोर को गू तियाननिंग को नहीं जानती थी। हालांकि उसे अस्पष्ट रूप से याद था कि वह गू मोहन और लू क्यूईयर की सगाई समारोह के जश्न की रात शादी घर के बाहर इस शख्स से टकराई थी।
वह कौन था?
"मिस टैंग आप आ गयी। यहाँ आइए मैं आपको मिलवाता हूँ। यह अध्यक्ष गू के पिता हैं।" सीईओ वान ने एक अजीब सी मुस्कान बिखेरते हुए कहा।
टैंग मोर हैरान थी। तो यह आदमी गू मोहन का पिता गू तियानलिंग निकला।
"आपसे मिलकर अच्छा लगा अंकल गू ।" टैंग मोर ने विनम्रता से उसका अभिवादन किया।
गू तियानलिंग ने टैंग मोर के छोटे नाजुक चेहरे को देखा। उसके दिमाग में बस एक ही बात थी कि आखिर कैसे टैंग मोर का चेहरा लिन जुयानजी से इतना मिलता-जुलता था। उसकी आँखों में अतार्किक जुनून और इस जुनून की एक अंतर्निहित चिंगारी थी।
पिछले 30 वर्षों में उसने शादी के बाहर बहुत सारी प्रेमिकाएं रखी थी। सिर्फ लिन जुयानजी से समानता के कारण ही उसने उनसे सम्बंध रखा था। हालाँकि यह उसकी पहली मुलाकात थी किसी ऐसे इंसान से जो बिल्कुल उसके जैसी थी।
उसके हृदय में ज्वाला तेज़ी से जलने लगी।
"आपसे मिलकर अच्छा लगा मिस टैंग। आइए और बैठिए।" गू तियानलिंग ने बगल की खाली सीट की ओर इशारा किया।
टैंग मोर का दिल एक अजीब अनिश्चितता के साथ जोर से धड़क उठा था। गू तियानलिंग चाहता था कि वह उसके बगल वाले सोफे पर बैठे। वह अनिश्चित थी- एक आदमी चाहता था कि एक महिला अकेले उसके साथ सोफे पर उसके बगल में बैठे यह एक तरह का इशारा था जिसके बारे में वह विचार नहीं करना चाहती थी।
लेकिन ऐसा करना असंभव था। आखिरकार गू तियानलिंग गू मोहन का पिता था। वह शायद जानते थे कि उसके गू मोहन के सम्बंध थें।
वह उनके बेटे की पूर्व प्रेमिका थी।
इसका कोई मतलब नहीं था।
असहज महसूस करते हुए टैंग मोर पास के सोफे पर चुपचाप बैठ गयी लेकिन उसके बगल में नहीं।
"अंकल गू मैं यहीं बैठ जाती हूँ।"
गू तियानलिंग का चेहरा उतर गया और वह इस हरक से प्रसन्न नहीं दिख रहा था।
टैंग मोर ने सीईओ वान को देखा "सीईओ वान क्या अब आप बता सकते हैं कि मेरा नाम डीएचए सूची में क्यों नहीं है?"
"यह ..." सीईओ वान ने गू तियानलिंग को देखा जो उसके सामने बैठे थे।
गू तियानलिंग ने अपने पैर को दूसरे पैर के ऊपर चढ़ा लिया और खुद को धूम्रपान के लिए सोफ़े में दफ़न कर लिया।
"सीईओ वान बाहर जाओ और मेरे लिए रेड वाइन की एक बोतल लेकर आओ।"
"जी जरूर।" सीईओ वान तुरंत बाहर चले गए लेकिन टैंग मोर को एक नज़र तेज़ी से और चुपके से देखने बाद जाते समय उसने एक भारी आह भरी।
सीईओ वान के जाने के बाद कमरे में केवल गू तियानलिंग और टैंग मोर ही बचे थें। सीईओ वान के व्यवहार से टैंग मोर को पहले से ही समझ आ गया था कि कुछ संदेहास्पद था इसलिए उसने गू तियानलिंग से सीधे तरीके से पूछा, "अंकल गू क्या आप ही मेरा नाम को रद्द करने वाले थे?"
गू तियानलिंग ने अपनी सिगरेट पी और धुएं की एक स्थिर धारा को बाहर निकाल दिया। उसकी नज़र टैंग मोर के नाजुक शरीर पर पड़ी। उसने अपने खुले हुए काले रेशमी बालों के साथ गुलाबी रंग की पोशाक पहनी हुई थी और वह पूरी तरह से उसके सपनों की देवी की तरह दिख रही थी।
वह कितनी बुरी तरह से उस बरसात वाले दिन उसकी मलाईदार और चिकनी त्वचा को छूने की कामना कर रहा था ।
उसी समय खानसामा ये वहाँ चला आया और आकर्षक रूप से मुस्कुराते हुए उसने कहा "मिस टैंग वास्तव में हमारे लिए सूची में अपना नाम जोड़ना बहुत आसान हैं। हमारे लिए आपको डीएचए का प्रतिनिधि बनाना भी संभव हैं। आप जानती हैं ना इसके लिए आपको क्या करने की आवश्यकता है। है ना?"