यह उसका कमरा था?
तो ठीक है।
टैंग मोर ने महसूस किया कि उसके तारे निश्चित रूप से आज उसके खिलाफ थे।
"तुम्हारा घर बहुत बड़ा है। मैंने यह नहीं देखा कि यह तुम्हारा कमरा था जब मैं पहले आयी थी।"
"क्या इसका मतलब है कि तुम यह भी नहीं जानतीं कि यह शर्ट मेरी है जब तुमने इसे पहना?"
टैंग मोर के पास कुछ कहने को नहीं था।
यह आदमी इतना अविश्वसनीय रूप से तुच्छ था। वह बस उसके कमरे में गई थी और उसकी शर्ट पहन ली थी। क्या यह इतनी बड़ी बात थी? जब उसने उसे उसके घर पर रहने देने के लिए ब्लैकमेल किया था, तो उसने उससे कोई किराया भी नहीं मांँगा!
क्या उसे यह बात पसंद नहीं आई थी कि उसने उसकी चीजों को छुआ था और उसके निजी जीवन में झाँका था? पहले जब वो थाने में थी, वह तब तक रोती रही जब तक कि वह एक भैंस की तरह नहीं दिखने लगी और उसने उसे सबसे खराब स्थिति में देखा था और घृणा करने पर भी उसका चेहरा साफ किया था। टैंग मोर की भौंहें चड़ गईं । कुछ दिनों तक उसके साथ रहने के बाद, टैंग मोर को पता था कि यह आदमी अपने जीवन की गुणवत्ता के प्रति सख्त था और वह बहुत ही कम उम्र का था। आखिर उसकी राजकुमार जैसी यह प्रवृत्ति कहाँ से आई है?
क्या यह सिर्फ एक नर कुत्ते की कमर नहीं थी?
टैंग मोर ने उसकी कमर को देखा। उसकी सफेद शर्ट के नीचे, कपड़ा थोड़ा पारदर्शी था जिसकी वजह से वह उसकी कसाव वाली कमर साफ-साफ देख पा रही थी। उसके उभार इतने बढ़िया थे कि अचानक उसका उन्हें चूमने का मन होने लगा। उसने अपना सिर हिलाया, अपने आप को थप्पड़ मारने से बहुत मुश्किल से खुद को रोका। की ज़ी ने इन विचारों को उसके सिर में डाल दिया था!
उसके धड़ से अपनी नज़र हटाते हुए, उसने उसके हाथों को देखा। वे वास्तव में पतली उंगलियों के साथ सुंदर थे जो विशिष्ट और मजबूत थे। उसे उसकी उंगलियाँ याद आ गईं, जब उसने उन्हें उसके चेहरे पर फेरा था। हाथों की यह जोड़ी किसी भी महिला को धीरे-धीरे और उत्तेजक रूप से सहलाने में सफल हो सकती थी…
टैंग मोर को लगा कि उसका शरीर सुन्न पड़ गया है। उसने अपने निचले होंठों को अपने सफ़ेद दाँतों से ज़ोर से काट लिया और जल्दी ही अपने बेकार के विचारों को रोका। हे भगवान! वह क्या सोच रही थी?
वह अभी भी इस आदमी के बारे में अनुचित ढंग से सोच रही थी!
की ज़ी ने इस तरह के विचलित करने वाले विचारों से उसे प्रभावित करने में सफलता हासिल की, वह कभी भी उसे फिर से ठीक तरह से नहीं देख पाएगी।
हालांकि, यह आदमी वास्तव में हसीन था और उसका स्वभाव भी कुछ अलग था। विदेशी मीडिया पत्रिकाओं में इन विशेषताओं को किसी भी महिला द्वारा सबसे अधिक चाह की गई थी।
टैंग मोर ने फिर से मुंँह बनाया। जैसे ही वो बहुत सुंदर ढंग से सोचते हुए थोड़ा गुस्से में आ गई। यह पुरुष हमेशा से कामुक था। पर वास्तव में, महिलाएंँ पुरुषों की तुलना में अधिक कामुक होती हैं। यह कोई आश्चर्य नहीं था कि की ज़ी, जो इतने सालों से उसके साथ थी, वो भी इस आदमी को देखकर बदल गई।
गू मोहन ने अपने रेड वाइन के ग्लास को हिलाया और एक सुरुचिपूर्ण घूंँट लिया। रेड वाइन का गिलास नीचे रखते हुए, वह उठा और बाथरूम से एक बॉक्स निकाला, फिर लौट कर बिस्तर पर बैठ गया, "यहाँ आओ, मैं तुम्हें दवाई लगा दूँ।"
"ओह ठीक है।" वहाँ जा कर उसके पास बैठते हुए टैंग मोर ने जवाब दिया ।
गू मोहन ने अपनी बड़ी हथेलियों को उठाया और उसके बालों को उसके कान के पीछे कर दिया। उसने मेडिकल किट खोला और उसके चेहरे पर दवाई लगाई।
"दर्द हो रहा है क्या?" उसने धीमी आवाज में पूछा।
वो बहुत कोमलता से हाथ चला रहा था। टैंग मोर ने अपना सिर हिला दिया, "नहीं, यहाँ अब और दर्द नहीं हो रहा।"
गू मोहन ने उसके छोटे कानों को देखा। छूने से वो वहाँ नमी महसूस कर सकता था, किसी भी व्यक्ति को उन्हें काटने के लिए लुभाने लायक थे। उसकी त्वचा गोरी और स्पर्श से बहुत कोमल थी।
"कोई और भी चोट है?"
"हाँ यहाँ।" टैंग मोर उसे अपनी कमर की तरफ इशारा किया। यह वह जगह थी जहांँ उसने मॉल में टक्कर के दौरान एक कोने की वजह से लगी थी।
"अपनी शर्ट ऊपर उठा लो, मैं तुमको दवाई लगा दूँ।"
"हुंह ... आह! इसकी चिंता मत करो!" टैंग मोर ने तुरंत उसे काट दिया, उसकी आवाज़ अजीब तरह से बदल गई। यहाँ तक कि उसके चेहरे की अभिव्यक्ति भी अचानक ढंग से अप्राकृतिक हो गई थी।
"इसमें क्या गलत है?" गू मोहन ने चेतावनी देते हुए उसके चेहरे की तरफ अपनी आँखों को संकुचित करके कहा।
वह शारीरिक रूप से अच्छी तरह से विकसित हो चुकी थी। प्राथमिक विद्यालय से, वह एक प्राकृतिक चाल से चलती थी जो कि बेहद सुंदर और सुरुचिपूर्ण थी। उसके फिगर में भी सभी सही जगहों से उतार-चड़ाव थे। उसे ऊँची हील पहनना पसंद था, और जब वो चलती थी तो उसकी पतली कमर के साथ उसके हिप्स भी ऐसे लगते थे कि नृत्य कर रहे हों।
क्योंकि उसके बहुत ऊँचे स्टैंडर्ड थे, इसलिए उसने पिछले कुछ वर्षों में अन्य महिलाओं की ओर कभी नहीं देखा था। इस वजह से हमेशा हुओ बाईचेन और बाकी लोग उसका मज़ाक बनाते रहते थे। वास्तव में, उसकी मध्यस्थता में कोई दिलचस्पी नहीं थी।
हालाकि, 30 साल की उम्र में, वह इतना परिपक्व था, कि उसे वह सब पता था जो उसे पता होना चाहिए और पुरुष के रूप में अपने स्वयं के स्टेंडर्ड्स के बारे में वह बिल्कुल स्पष्ट था।