छह सितारा क्राउन होटल।
प्रेसिडेंशियल स्वीट के अंदर,सब कुछ बहुत शानदार था - सारी चीज़ें स्टाइलिश,सुन्दर और आकर्षक थीं।
बैंक्वेट हॉल में एक वीआईपी टेबल पर, मयू याज़हे को अपने चारों ओर पाखंडी और बदसूरत चेहरे देखकर चिड़चिड़ाहट हो रही थी।
अनजाने में, उसने आधी बोतल शराब पी ली,और खिड़की के बाहर देखा,तो अंधेरा हो गया था।
वो अपने आसपास के लोगों से चिढ़ रहा था। उसने बाकी का वोडका अपने गिलास में डाला और उठ खड़ा हुआ।
जब दूसरों ने यह देखा, तो वे भी उसके साथ ही खड़े हो गए।
वो आज रात के जश्न का खास मेहमान था। मयू याज़हे के जाने का मतलब था कि,वह पार्टी वहीँ खत्म हो गयी थी।
डिशेंग फाइनेंशियल ग्रुप के डायरेक्टर और सीईओ के रूप में, मयू याज़हे के पास एक रुतबा था,और म्यू ग्रुप में सबसे ऊँचा स्थान था।
वर्तमान आर्थिक संकट के चलते हुए,और इस फाइनेंशियल उथल-पुथल का सामना करने वाली,छोटी कंपनियों की जीवन रेखा म्यू ग्रुप के हाथों में थी।
उन छोटी कंपनियों का चलना या बंद होना,मयू याज़हे के हाथों में था।
इसलिए,वे सभी म्यू ग्रुप के होने वाले मास्टर की प्रशंसा करने से थकते नहीं थे,और उनका भरपूर ध्यान रखते थे।
एक आदमी ने उससे धीरे से पूछा,"मास्टर म्यू, क्या आप जा रहे हैं?"
फिर उस आदमी ने आदरपूर्वक उसका कोट पकड़ लिया। म्यू याज़हे ने उसकी तरफ एक नज़र देखा,और आराम से अपना कोट वापिस ले लिया। फिर किसी दूसरे आदमी ने आदरपूर्वक उसके लिए बैंक्वेट हॉल का दरवाजा खोल दिया।
वो आत्मविश्वास के साथ बैंक्वेट हॉल से बाहर निकल गया। उसके पीछे,सूट पहने बहुत सारे लोगों की एक लाइन ने झुककर सलाम किया; यह दृश्य ऐसा था मानो,फैंस एक ग्लैमरस सितारे को पूज रहे हों।
विआईपी लिफ्ट का दरवाज़ा खुलते ही म्यू याज़हे अंदर चला गया। जब दरवाजा बंद हो रहा था, तब अचानक उसका ध्यान किसी चीज़ पर पड़ा और उसकी आंखों झटके से छोटी हो गयीं।
ली डोंगकियांग, जो बेहोश युन शीशी को अपनी बाहों में पकड़े हुए था, वह लिफ्ट से बाहर निकला और उसे अपनी रीढ़ के नीचे एक दर्द महसूस हुआ।
ली डोंगकियांग ने अपने चारों ओर देखा और वीआईपी लिफ्ट का दरवाजा बंद हो गया। तभी,लिफ्ट के दरवाजों के गैप में से, उसने किसी को उसकी तरफ देखते हुए देखा।
उसने इस तरफ ना तो ध्यान दिया और ना ही इसके बारे में ज्यादा सोचा। उसने युन शीशी को एक हाथ में पकड़ लिया। अब उसने अपने दूसरे हाथ से दरवाजे में कार्ड डालकर प्रेसिडेंशियल स्वीट खोला और अंदर चला गया।
उसके पीछे, वीआईपी एलेवेटर के दरवाजे धीरे-धीरे फिर से खुले थे।
...
ली डोंगकियांग ने कार्ड स्वाइप किया और दरवाज़े को लात मारकर खोल दिया।
वो दरवाज़े को लॉक किए बिना अंदर घुसा,और उसने जल्दी से अपनी बेल्ट उतारी और पैंट नीचे कर ली।
उसने हल्के से युन शीशी के गाल पर थपकी दी और अधीर हो गया। उसे ध्यान नहीं था कि, उसने दरवाजे को सिर्फ पीछे से लात मारकर बंद कर दिया था, क्योंकि उस वक़्त उसका दिमाग सिर्फ युन शीशी के साथ ज़िन्दगी के मज़े लेने में था।
वो लड़की, युन ना,झूठ नहीं बोल रही थी।
जब ली डोंगकियांग ने सुना था कि,युन ना की एक सुन्दर बड़ी बहन है, तो उसने इसे हंसी में लेकर टाल दिया था।
उसके लिए सभी महिलाएं एक समान थीं - 'अपनी प्यास बुझाने का उपकरण।'
जब उसने सच में युन शीशी को देखा,तो उसे लगा कि जैसा युन ना ने बताया था,उसकी बहन उससे कई ज़्यादा आकर्षक थी।
वो साधारण लड़कियों से अलग थी,और उसमें एक अनोखा आकर्षण था।
उसने उससे और अधिक सुंदर लडकियाँ देखी थीं, फिर भी उसकी शुद्ध और सुंदर आभा के आगे सभी फीकी थीं।
ली डोंगकियांग ने युन शीशी को नरम,किंग साइज बिस्तर पर फेंक दिया, उसके शरीर के सुन्दर कर्व्स उसमें धंस गए।
लैंप की मंद रौशनी के नीचे, आलीशान बिस्तर पर,काली स्लिंग ड्रेस में, युन शीशी की गोरी और कोमल त्वचा चमक रही थी।
उसके बिखरे हुए बाल उसके कंधों पर चारों ओर फैले हुए थे। ली डोंगकियांग की आंखों के सामने जो सुंदरता थी, वह इतनी ललचाने वाली और मनोरम थी!
जितना वो उसे देखता था,उतना अधिक वो उत्तेजित हो रहा था।
(क्या सही में युन शीशी उस रात अपनी इज़्ज़त खो देती है,या कोई फरिश्ता उसे बचाने के लिए आ जाता है, जानने के लिए आगे पढ़ते रहिये.....)