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66.66% love me yes no / Chapter 2: monti aur tanu ki pehli mulaqaat

Kapitel 2: monti aur tanu ki pehli mulaqaat

मिताली जी और प्रशांत जी बात ही कर रहे थे तभी मोहित अपना बैग लेकर आ गया और आते बोला- " पापा चलिए जल्दी चलते हैं बस आने वाली होगी 8:45 होने वाला है।" 

प्रशांत जी नाश्ता कर चुके थे , टेबल पर से नैपकिन उठाया और हाथ पोंछ कर उठने लगे। भारी मन से उन्होंने मिथिला जी को देखा तो मिथिला जी ने भी आंख झपकाकर कर उन्हें सब ठीक है , मैं संभाल लूंगी का इशारा किया। 

मिथिला जी भी डाइनिंग टेबल से उठी और प्रशांत जी का बैग लेकर उन्हें दिया और दोनों को दरवाजे तक छोड़ने आई । मोहित ने हाथ हिलाकर मिथिला जी से बाय कहा और प्रशांत जी के साथ कार में बैठकर निकल गया। 

प्रशांत जी ने मोहित को बस स्टैंड छोड़ा और वहीं बस का इंतजार करने लगे । ऐसे देख कर मोहित ने कहा -"पापा आप भी ना,  मैं बस में ही जाऊंगा और किसी के साथ नहीं चला जाऊंगा । मैं बड़ा हो गया हूं क्लास 10th में आ गया हूं , आप मेरी चिंता मत करिए। जाइए आप भी अच्छे बच्चों की तरह ऑफिस चाहिए.....

...

इस पर मुस्कुराते हुए प्रशांत जी ने कहा- नहीं बेटा मुझे अपने से ज्यादा अपने बच्चों पर भरोसा है,  फिर भी तुम्हें अपनी आंखों के सामने जाता देखता हूं , तो मुझे शांति मिलती है।  तुम चिंता मत करो जब बस आ जाएगी और तुम बैठ जाओगे तो मैं अपने ऑफिस चला जाऊंगा ।

मोहित ने भी मुस्कुराते हुए कहा  - " पापा आप भी ना,  बच्चों जैसी हरकतें  करना छोड़ते नहीं हैं।" 

"लो बस भी आ गई , मैं जा रहा हूं और आप भी अपने ऑफिस चले जाइए ओके बाय शाम को मिलते हैं।"

मोहित को बाय करते हुए प्रशांत जी भी अपने ऑफिस की तरफ चले गए।

वहीं दूसरी तरफ तनु हाथ में सैंडविच लिए  जल्दी से शिल्पा की गाड़ी में बैठी। उसने जल्दी से शिल्पा के कुछ बोलने से पहले ही सैंडविच का एक टुकड़ा उसके मुंह में ठूंस दिया। तनु ने मुस्कुराते हुए शिल्पा से कहा- " मुझे इतने प्यार से मत देख मेरी शिल्पा, चल गाड़ी चला कॉलेज को देर हो जाएगी ।"

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शिल्पा ने भी सैंडविच खाते हुए बड़े गुस्से में तनु से कहा- " तेरे कारण  रोज कॉलेज एकदम गिरते पड़ते पहुंचते हैं, कल से ना तू खुद आया कर मैं तुझे लेने नहीं आऊंगी।"

शिल्पा ने भी सैंडविच खाते हुए कहा - "अरे प्यारी शिल्पा , सामने देख कर गाड़ी चला,  मेरे बगैर तो तेरा कुछ नहीं होने वाला है और तू ना मेरे बगैर जाने की सोचना भी मत वरना तेरे जितने भी राज है ना सब  तेरी मम्मी के सामने जाकर उगल दूंगी।"

शिल्पा ने भी गुस्से में और तेज गाड़ी चलाते हुए कहा -" साली मुझे ब्लैकमेल करती है,  जा अब कल से तो तेरे को लेने ही नहीं आऊंगी इतनी सुबह जल्दी उठती हूं,  तैयार होती है 20 मिनट गाड़ी चलाने के बाद तुझे लेने आती हूं,  लेकिन तू यहां पर तैयार नहीं मिलती खुद लेट करती  है और मुझे ब्लैकमेल करती है।"

तनु ने धीरे से शिल्पा के स्टॉल में अपने हाथ पोंछे और मुस्कुराते हुए दोनों हाथ शिल्पा के कंधे पर लटका कर उससे चिपकते बोली -  "तेरे मुंह में घी - शक्कर मेरी प्यारी शिल्पा , साली तो नहीं अपनी भाभी ही बना ले । तेरा तो कोई भाई नहीं है कोई कजिन है तो वही बता दे यार! देख मेरा ग्रेजुएशन होने वाला है,  बस एक ही साल बचा है,  तेरे भाई को पटा लूंगी और तुझे बैठे-बिठाए मेरे जैसी भाभी भी मिल जाएगी।"

तनु ने फिर आंखें मटकाते हुए कहा - "कितना अच्छा होगा तेरी जैसी ननंद मिलेगी जिसे खाना भी पकाना आता है , गाड़ी भी चलानी आती है,  बाहर जाकर सब्जियां लेनी भी आती है और मम्मी को भी पटाना आता है कितनी अच्छी जोड़ी रहेगी हम दोनों की।"

तभी शिल्पा ने कॉलेज के एंट्रेंस पर जोर से ब्रेक लगाते हुए कहा  - " अरे ओ शेखचिल्ली दिन में सपने देखना बंद कर कॉलेज आ गया है ,चल जल्दी कर आज क्ले मॉडलिंग की क्लास है , तुझे याद है ना। क्ले रख कर लाई है ना बैग में कि वह भी सपनों के साथ घर में ही भूल आई। "

तनु जल्दी से गाड़ी से उतरी और प्यार से उसकी तरफ देखते हुए कहा- "डार्लिंग लाई हूं तू डर मत,  जो भी प्रोफ़ेसर बनाने देंगे ना उसमें तेरी पूरी मदद करूंगी। चल अब जल्दी चल।"

शिल्पा गाड़ी स्टैंड की तरफ लगाने चली गई और तनु अपने  बैग में अपना सामान चेक कर रही थी तभी उसे सीटी की आवाज सुनाई दी और किसी ने कहा - "लड़की होकर लड़की को डार्लिंग! तो फिर हमें क्या बोलेगी।"

तनु  गुस्से में पीछे पलटी, तो देखा मोटरसाइकिल में दो लड़के बैठे थे , सामने का लड़का बहुत ही हैंडसम था और आंखों में गॉगल  लगाए अपने मोबाइल में कुछ देख रहा था। और दूसरा लड़का उसका चेहरा नहीं दिखाई दे रहा था क्योंकि उसने अपना मुंह पहले वाले लड़के की पीठ में टिका के रखा था । तनु उसके पास आई और बोली - "ओ मिस्टर हैंडसम जरा अपनी जबान को संभाल के रखो,  यदि मेरा हाथ फिसल गया ना तो तुम कहीं के नहीं रहोगे "

उस लड़के ने भी जवाब दिया -"माफ कीजिएगा,  आप क्या बोल रही हो मुझे समझ में नहीं आया मैं तो यहां लोकेशन देख रहा था मुझे कहीं जाना था।"

उसकी बात सुनकर तनु को गुस्सा आ गया और वह उसके और करीब आकर उसके कॉलर को पकड़ कर बोली -"अच्छा बेटा अभी मुझे उल्टा पुल्टा बोल रहे थे और अब सीधे बन रहे हो तुम्हारे जैसे लड़कों को ना मैं बहुत अच्छी तरह से जानती हूं , लड़की देखी नहीं जबान फिसल जाती है और जब लड़की के हाथ में जूती देखते हैं तो  बहाना मारने लगते हैं।"

उस लड़के ने भी धीरे से उसका हाथ अपने कॉलर से हटाया और कहा देखिए - " मैं आपको कह चुका हूं मैंने आपसे कुछ भी नहीं कहा मैं यहां किसी का एड्रेस ढूंढने के लिए खड़ा था ना कि आपको देखने के लिए।"

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तभी  दूर से शिल्पा ने तनु को आवाज देते हुए कहा-" तनु जल्दी कर , वहां क्या कर रही है , इधर आ देर हो रही है क्लास में"

तनु ने जाते-जाते गुस्से में उस लड़के से कहा - " दुबारा यदि मेरे सामने उल्टी-सीधी हरकतें की ना तो मैं छोडूंगी नहीं, अभी मैं क्लास में लेट हो रही हूं इसलिए तुम्हें छोड़ रही हूं, आगे से इस तरह की कोई हरकत मत करना। "

तनु के जाते ही उस लड़के की मोटरसाइकिल के पीछे बैठे हुए लड़के ने हंसते हुए उसकी पीठ को ठोंकते हुए कहा -" यार मोंटी ! मुझे नहीं पता था ,वह झांसी की रानी है,  नहीं तो उससे  पंगा नहीं लेता । चल अच्छा हुआ आज ढाल बन के तू मेरे सामने था और उसका ध्यान मुझ पर नहीं गया नहीं तो मेरी तो चटनी ही बना डालती है वह लड़की।" और राजवीर जोर जोर से हंसने लगा।

मोंटी ने गुस्सा होते हुए राजवीर से  कहा  - "देख यार ! इस तरह की हरकतें मत किया कर,  मुझे ना लड़कियों के साथ इस तरह की हरकतें करना बिल्कुल पसंद नहीं। आज ही मैं डेनमार्क से आया हूं और तूने मुझे कहां फंसा दिया । मैं कॉलेज इसलिए आया था कि शायद शिल्पा से मुलाकात हो जाए , बहुत साल हो गए , मामा जी से झगड़े के बाद सिर्फ शिल्पा ही है जिससे मैं फोन पर बात करता है पर बात करता ... शायद उसका फोन नंबर चेंज हो गया हो गया हो इसलिए 2 साल से अभी तक बात नहीं हो पाई है हमारी आज उसे यहां देखने आया था चलो बहुत देर हो गई है शायद आज वह कॉलेज नहीं आई होगी..... हम लोग निकलते हैं और चलते हैं लोकेशन के हिसाब से वीरू के घर शायद वीरू घर पर मिल जाए...

..

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राजवीर ने भी हामी भरते हुए का कहा  - "हां यार चल सारे दोस्तों से तो आज ही मिलना है तुझे , इस तरह से कर रहा है,  जैसे आज ही वापस भी जाना है।"

मोंटी ने भी जिस तरफ तनु गई थी उसी तरफ देखते हुए कहा- " हां मिलना तो आज ही था सबसे पर पता नहीं  मुलाकात होगी कि नहीं" और उसने एक गहरी सांस छोड़ी फिर अपनी मोटरसाइकिल स्टार्ट करते हुए कॉलेज से आगे निकल गया।

हेलो दोस्तों - " शायद आप इंजॉय कर रहे होंगे इस कहानी को और आपको भी बेसब्री से इंतजार होगा - कौन है यह मोंटी? क्या यही है तनु के सपनों का राजकुमार? इसका और शिल्पा के पापा का क्या झगड़ा है? जानना नहीं चाहेंगे आप तो फिर जुड़े रहिए पॉकेट एफएम पर "कॉन्ट्रैक्ट मैरेज  -आई मैल्ट विद यू " से। apki tannu


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