अब आगे
अगले दिन ठीक 10 बजे सिद्धार्थ और श्रद्धा दोनों हीं सिविल कोर्ट में थे, उनके सामने डाइवोर्स पेपर रखे हुए थे, सामने बैठे लॉयर और जज ने उन्हें कहा की क्या वो स्योर है इस डाइवोर्स के लिए, सिद्धार्थ कुछ कहता उसके पहले हीं श्रद्धा ने हा में जावब्ब दें दिया। श्रद्धा से जज ने पूछा क्या की अलीमनी के रूप में अपने हस्बैंड से क्या चाहती है, जिसपर उससे पहले सिद्धार्थ ने कहा की वो उसकी प्रॉपर्टी का 60 तों 70 परसेंट श्रद्धा के नाम करना चाहता है लेकिन तभी श्रद्धा ने कहा की उसे कुछ भी नहीं चाहिए इस डाइवोर्स के बदले।
वो बस ये डाइवोर्स चाहती है, ये बोल उसने पेपर साइन कर दिये, अब सिद्धांर्थ क़ो ना चाहते हुए वो पेपर साइन करने पड़े। थोड़ी हीं देर में सारी फॉर्मेलिटी पूरी हो गई और दोनों का डिवोर्स हो गया। श्रद्धा ने अपना मंगलसूत्र जिसमे एक हार्ट शेप डिजाइन में डबल s का लेटर बना था उसे सिद्धार्थ के सामने रख दिया और लॉयर और जज क़ो थैंक्स कहकर वहाँ से चली गयी, सिद्धार्थ वही बैठा उसे देखता रह गया, जब श्रद्धा चली गयी तब सिद्धार्थ ने जज और लॉयर की ओर देख कर कहा सर क्या मैं इसी लड़की के साथ दोबारा शादी कर सकता हूँ।
उसकी बात सुन कर वहाँ पर मौजूद सभी क़ो खांसी आ गयी, सभी उसे ऐसे देख रहे थे जैसे किसी पागल क़ो देख रहे हो, सिद्धार्थ ने जब सबको अपनी और देखा हुआ पाया तो उसने अजीब सा मूह बनाया और कहा आप लोग मुझे इस तरह से क्यों देख रहे हैं। जज ने एक गहरी सांस ली और कहा आप उसे दोबारा शादी कर सकते हैं लेकिन जब आप उसे दोबारा शादी करना ही चाहते हैं तो अपने डिवोर्स क्यों लिया, सिद्धार्थ ने अनलोक्योर देखा और कहा एक लंबी कहानी है खैर कुछ टाइम पर आप लोगों के पास में शादी का कार्ड आ जाएगा क्योंकि इस बार मैं एक ग्रैंड शादी करूंगा। यह बोलकर वह सभी से हाथ मिलाता है वहां से चला जाता है। उसके जाने के बाद सभी जज लॉयर और वहां पर उपस्थित सभी लोग एक दूसरे का चेहरा देखते रह जाते हैं क्योंकि उन सभी के लाइफ में यह पहला केस था जहां डाइवोर्स के तुरंत बाद वह आदमी उसी औरत से शादी करने के लिए पूछ रहा था।
श्रद्धा वहाँ से सीधे सोनम के पास आती, सोनम क़ो ज़ब पता चला की दोनों का डाइवोर्स हो गया है तों उसने श्रद्धा क़ो अपने पास बिठाया और उसे बातो में उलझने क़ी कोशिश करने लगी क्योंकि वो अच्छे से जन्ति थी की श्रद्धा सिद्धार्थ से कितना प्यार करती है, दोनों बाते हीं कर रही थी की श्रद्धा के फोन में एक नोटिफिकेशन आती है, सोनम ने ज़ब उसका फोन चेक किया तों उसने लिए मैसेज क़ो पढ़ कर वो हैरान हो गयी, शैतन्य जब उसे इस तरह से हैरान देखा तो तुरंत उसके हाथ से फोन लेकर वह नोटिफिकेशन चेक करने लगी उसने देखा कि सिद्धार्थ ने उसके अकाउंट में 3000 करोड रुपए ट्रांसफर किए हैं।
तुरंत उसने सिद्धार्थ को फोन लगाया उधर से सिद्धार्थ ने फोन उठाते हुए पूछा तुम्हारे अकाउंट में पैसे आ गए, श्रद्धा न्यूज़ से जवाब दिया आ गया लेकिन तुमने यह पैसे मुझे क्यों भेजे हैं जिस पर सिद्धार्थ ने कहा मैं नहीं चाहता कि तुम्हें कोई भी प्रॉब्लम हो। सिद्धार्थ के बात पर श्रद्धा ने कहा मुझे जिस बात से प्रॉब्लम थी उसे बात का सॉल्यूशन आज मैंने निकाल लिया है और वह सॉल्यूशन बहुत अच्छा है अच्छा होगा कि तुम अपने यह रहम दिल्ली मुझ पर ना दिखाओ, आइंदा से मुझे कांटेक्ट करने की कोशिश मत करना यह कह कर उसने फोन कट कर दिया और अपने अकाउंट में आए हुए 3000 करोड़ को वापस सिद्धार्थ के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया उसके बाद उसने उसके नंबर को अपने मोबाइल से ब्लॉक कर दिया।
इधर सिद्धार्थ ने कहा ये लड़की मेरी बात सुनती क्यों नहीं है, वो श्रद्धा क़ो फोन टॉय कर रहा था लेकिन कुछ हीं टाइम में उसे पता लग गया की उसने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया है। अब सिद्धार्थ का दिमांग ख़राब हो रहा था। वो बाहर जाने क़ो होता है की तभी उसे प्रीति की नैनी आई हुई दिखाई देती है वह नैनी से कृति के बारे में पूछता है तो वह बताती है की कृति को होश आ गया हर वह उससे मिलना चाहती है। यह सुनकर सिद्धार्थ बहुत ज्यादा खुश हो गया वह तुरंत प्रीति के कमरे में गया उसने कृति के कमरे को एक मिनी हॉस्पिटल के रूप में बदलवा दिया था।
प्रीति ने जब सिद्धार्थ को देखा तो उसके चेहरे पर एक स्माइल लगे उसने कहा अंकल आप कैसे हो, सिद्धार्थ ने स्माइल करते हुए उसके सिर पर हाथ फेरा हो कहा बेटा यह क्वेश्चन तो मुझे आपसे पूछना चाहिए अब आप कैसा फील कर रहे हो, कृति ने एक प्यारी स्माइल के साथ कहा अंकल अब मैं बहुत अच्छा फील कर रही हूं। अब तो मैं ठीक हो गई हूं ना मेरा ऑपरेशन भी हो गया है अब मुझ पर कोई खतरा नहीं है तो मुझे बहुत खुशी है कि अब आपको माया आंटी के नकली नहीं उठाने पड़ेंगे। सिद्धार्थ ने छोटी सी बच्ची को देखा और कहा नहीं बेटा ऐसे नहीं कहते वह आंटी बहुत अच्छी है उन्होंने तो आपको ब्लड दिया है तभी तो आप बच पाए हो।
कृति में सिद्धार्थ की ओर देखा और कहा नहीं अंकल वांटेड बिल्कुल अच्छी नहीं है वह हमेशा आपकी मजबूरी का फायदा उठाती है आपसे पैसे लेती है और अपने सारे काम करवा लेती है उन्होंने मुझे ब्लू देखकर कोई एहसान नहीं किया है बल्कि जितना उन्होंने किया है उसे कहीं ज्यादा गुना आपकी लाइफ में प्रॉब्लम्स ले आएंगे वह बिल्कुल अच्छी नहीं है बहुत ही ग्रीडी लेडी है, आपको पता है एक बार पहले उन्हें फोन पर बात करते हुए भी सुना था वह चाहती थी कि आपका श्रद्धा आंटी से डाइवोर्स हो जाए ताकि उनकी आपसे शादी हो जाए।
जैसे ही कृति ने यह कहा सिद्धार्थ की आंखें बड़ी-बड़ी हो गई उसने कृति क्यों देखा और क्या कह रहे हो बेटा उसकी बात पर कृति ने कहा अंकल वह आंटी बिल्कुल भी अच्छी नहीं है वह आपसे शादी करना चाहती है वह चाहती है आपके सारे पैसे उनके हो जाए इसीलिए तो वह मन मुझे ब्लड देने को तैयार हुयी नहीं तो वह नहीं मानती मैं उनसे सुना था, वह किसी से बात कर रही थी, उन्होंने कहा था कि एक बार आपका डाइवोर्स हो जाये, फिर वह आपकी लाइफ में आ जाएगी उन्होंने आपकी और श्रद्धा आंटी के बीच में गलतफहमी पैदा कर दी है।
कृति के मुँह से ये सारी बातें सुनकर सिद्धार्थ का दिमाग खराब हो रहा था उसे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि माया उसके पीछे इतना कुछ कर रही है उसे लगा था कि वह सिर्फ अपना कैरियर बनाना चाहती है फिल्मों में आना चाहती है फेमस होना चाहती है इसीलिए उसने उसे ब्लड देने के लिए मान गई थी लेकिन उसे नहीं पता था कि वह इतनी बड़ी प्लानिंग कर रही है उसे कहीं ना कहीं यह अंदेशा भी होने लगा था कि माया और उसे को लेकर श्रद्धा के मन में उसके लिए जो भी गलतफहमी है कहीं ना कहीं उस में माया का हाथ हो सकता था लेकिन अभी वह इंसमें में कुछ नहीं कर सकता था।अभी उसे कृति को किसी तरह से रिकवर करवाना था। जिस दिन कृति पूरी तरह से रिकवर हो जाएगी उसे दिन पर अपना किया हुआ सबसे बड़ा वादा पूरा कर लेगा।
दूसरी ओर माया बहुत ही ज्यादा खुश थी वह खुशियां मना रही थी वह अपने घर में पार्टी कर रही थी हालांकि वह अकेले ही पार्टी कर रही थी लेकिन उसके पूरे घर में स्नेक्स मिठाइयां और बियर की कई सारी बोतले पड़ी हुई थी वह पूरी तरह से नशे में धुत थी, आखिर इसका इतने सालों पुराना सपना पूरा जो होने वाला था उसने यह सपना तब से देखा था जब 7 साल पहले वह पहली बार सिद्धार्थ से मिली थी, सिद्धार्थ को देखते ही वह उसकी पर्सनालिटी पर फिदा हो गई लेकिन जब उसे पता चला कि सिद्धार्थ कौन है तो तो उसके पास से अपना बनाने का एक नया रीजन मिल गया था, वह जानती थी कि एक बार उसके सिद्धार्थ से शादी हो गई तो वह पूरी लाइफ ऐस से जीयेगी।
लेकिन कुछ ही दिनों सिद्धार्थ से मिलने के बाद उसे पता चल गया था कि सिद्धार्थ किसी को पसंद करता है, उसने बहुत सी ऐसी कोशिश की जिससे सिद्धार्थ उसके करीब आ जाए लेकिन सिद्धार्थ उसे हमेशा ही एक डिस्टेंस में रहता था, जब उसे सिद्धार्थ और श्रद्धा की शादी का पता चला था तो उसे समय वह बहुत ज्यादा गुस्सा थी।एक दिन वह सिद्धार्थ की शादी की खबर सुनकर इतना गुस्सा हो गई थी कि वह गुस्से में उसे जाकर मना करने वाली थी और वह कहने वाली थी कि वह उसकी मदद तभी करेगी जब सिद्धार्थ उससे शादी करेगा।
उसने सिद्धार्थ के बारे में पता लगाया तो उसे पता चला कि सिद्धार्थ आज श्रद्धा को लेकर अस्पताल गया है यह उसी दिन की बातें जिस दिन डिनर करते हुए सिद्धार्थ और श्रद्धा ने शादी की बात की थी और श्रद्धा के पेट में दर्द शुरू हो गया था उसे अस्पताल ले जाना पड़ा था उसे दिन सिद्धार्थ और डॉक्टर की बातें सुनकर माया के मन में एक खतरनाक प्लेन में जन्म लिया। उसे दिन डॉक्टर की बातें सुनकर वही तो समझ गई थी कि उसे सुधार तो श्रद्धा को अलग करने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। फिर धीरे-धीरे उसने अपनी और सिद्धार्थ की खबरें बाहर फैलानी शुरू कर दी। वह हर बार अलग-अलग सोर्सेस से अपने और सिद्धार्थ के बारे में न्यूज़ फराह करती थी लेकिन सिद्धार्थ की PR टीम हमेशा उन खबरों को झूठा साबित कर देती थी जो कि उसके प्लान को बर्बाद कर देता था।
लेकिन किसी भी तरह से आज सिद्धार्थ और श्रद्धा अलग हो गए थे और यह बात माया के लिए बहुत ही ज्यादा फायदे की थी अब वह सिद्धार्थ के करीब जाने की और उसे अपना बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। यही सब प्लान करते हुए वह बियर पिए जा रही थी और वही अपने ख्यालों में गुम वो कब सो गयी उसे पता ही नहीं चला।
वहीं दूसरी और आज श्रद्धा अपने फादर की कंपनी में आई थी यह कहना गलत नहीं होगा कि वह उसकी मां की कंपनी थी जो उनसे डिवोर्स के बाद उनके फादर ने इलीगल तरीके से हड़प ली थी लेकिन वह कंपनी आज भी श्रद्धा के नाम पर ही थी लेकिन यह बात किसी को पता नहीं थी। कंपनी में इस समय बोर्ड मीटिंग चल रही थी बोर्ड के सभी मेंबर्स बैठे हुए थे और सिर की चेयर पर इस समय मिस्टर मोहन वाधवा बैठे हुए थे, वह लोग कुछ डिस्कस कर ही रहे थे कि तभी उसे हॉल का दरवाजा खुला और श्रद्धा एक बिजनेस सूट पहनकर प्रॉपर बिजनेस वूमेन की तरह वहां पर आयी।
श्रद्धा को वहां पर देखकर मिस्टर मोहन वाधवा के चेहरे पर कड़वाहट आ गई वह गुस्से से बोल लड़की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की, श्रद्धा उन्हें देखकर तेरी स्माइल करती है और्र अपने साथ खड़े एक आदमी को कुछ इशारा करती है वह आदमी कुछ पेपर से लेकर वहां मौजूद सभी बॉर्डमेंबर्स क़ो पास कर देता है। मोहन वाधवा जब उस पेपर को पढ़ते हैं तो वह गुस्से से बौखला जाते हैं।वो इन पेपर्स को फेंक कर कहते हैं या झूठ है या कंपनी अब मेरी है, श्रद्धा भी पूरी एटीट्यूड के साथ रहती है झूठ तरह से अपने हैप्पी थी लेकिन यह कंपनी कल भी मेरी थी आज भी मेरी और हमेशा मेरी ही रहेगी इसलिए अभी के अभी इस कंपनी से निकल जाइए आपके लिए यही अच्छा होगा।
सभी बोर्ड मेंबर्स मिस्टर वाधवा को देखते हैं और कहते हैं कि सारे पेपर सही है मिस्टर वाधवा मिस श्रद्धा ही इस कंपनी की नई मालकिन है, इन पेपर्स में तो यही लिखा हुआ है और इन पेपर को देखकर यह प्रूफ हो गया है कि यह पेपर रियल है आपके पेपर फेक थे। मिस्टर मोहन यादव को बहुत गुस्सा आता है तभी वह बोलते हैं मैं मानता हूं यह कंपनी की रियल में हॉनर श्रद्धा है लेकिन आप सब मुझे यह बात बताइए कि क्या यह लड़की अकेले इस कंपनी को संभाल सकती है क्या इसके पास इतनी अथॉरिटीज है सिर्फ इस कंपनी के पेपर उसके नाम होने से यह इस कंप्लीट को संभालने के लिए और यहां की ओनर होने के लिए कैपेबल न हो। इस कुर्सी के कैपेबल होने के लिए इसके पास किसी एक बड़े इंसान का सपोर्ट होना बहुत जरूरी है, वह सपोर्ट होता अगर यह अपने पति के साथ आज होती लेकिन यह तो उसे डाइवोर्स दे चुकी है तो उनका सपोर्ट तो इसके पास है नहीं अब बिना किसी सपोर्ट के लिए इस कंपनी की हेड नहीं बन सकती।
तभी पीछे से आवाज जाती है आपसे किसने कहा कि श्रद्धा के पास सपोर्ट नहीं है, सभी ने उसे और देखा तो वहां पर सिद्धार्थ अपने असिस्टेंट के साथ खड़ा था सिद्धार्थ इस समय पूरे एटीट्यूट के साथ खड़ा था सिद्धार्थ को वहां देखकर श्रद्धा ने कोई भी रिएक्ट नहीं किया बल्कि उसने उसे पूरी तरह से इग्नोर ही कर दिया था। तभी एक बोर्ड मेंबर ने कहा मिस्टर ओबराय आप यहाँ। अगर आप में श्रद्धा के सपोर्ट में है तो हमें मिस श्रद्धा को अपनी बस मानने में कोई एतराज नहीं है।
सिद्धार्थ पूरी एटीट्यूड के साथ आकर श्रद्धा के बगल में खड़ा हो गया श्रद्धा उसे समय उसकी तरफ बिल्कुल भी नहीं देख रही थी, कोई कुछ कहता उसके पहले ही श्रद्धा ने कहा आप सब की इनफार्मेशन के लिए बता दूं कि मैं पास मिस्टर सिद्धार्थ का कोई सपोर्ट नहीं है और ना ही मैं इनका कोई सपोर्ट लूंगी आप लोगों को एक कंपनी का सपोर्ट ही चाहिए तो मैं सिग्मा जे कंपनी का सपोर्ट आप सबको देती हूं।
श्रद्धा के मुंह से सिग्मा जे कंपनी का नाम सुनकर वहां के सभी बोर्ड मेंबर्स यहां तक की मिस्टर वाधवा भी हैरान हो गए थे क्योंकि सभी के लिए सिग्मा जे कंपनी एक पहेली जैसी थी लेकिन सिद्धार्थ उसे कंपनी का नाम सुनकर चिढ़ गया। उसने खुद से ही कहा फिर से यही कंपनी आखिर है किसकी कंपनी एक बार मुझे मिल जाए उसे मैं अच्छे सबक सिखाऊंगा और फिर उसकी हिम्मत कैसे हुई मेरी श्रद्धा को सपोर्ट देने की उसे सपोर्ट सिर्फ मैं दे सकता हूं मन ही मन वह अपनी खुन्नस सिग्मा जे कंपनी पर उतारे जा रहा था।
सभी बोर्ड मेंबर्स ने एक पेपर पर साइन किया है इसके अकॉर्डिंग अब वह कंपनी जो की श्रद्धा के मन खेती अब पूरी तरह से श्रद्धा के नाम पर हो गई थी। मोहन बड़ा वही गुस्से से अपने हाथ बांधे खड़े श्रद्धा को घर रहे थे उन्होंने गुस्से से श्रद्धा को घूरते हुए कहा लड़की तुमने यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं किया यह तुम्हारे लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं होगा तुम्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी उनकी बात पर श्रद्धा ने टेढ़ा मुस्कुरा कर कहा वैसे ही जैसे मेरी मां के लिए अच्छा नहीं हुआ था। श्रद्धा के मुंह से उसकी मां के बारे में सुनकर एक पल के मिस्टर वाधवा के चेहरे का रंग उड़ गया लेकिन फिर भी उन्होंने खुद को संभाला और कहा तुम कहना क्या चाहती हो लड़की।
श्रद्धा उनकी तरफ आई और एक-एक शब्द को चबाते हुए कहा मैं यह तो नहीं जानती की 7 साल पहले मेरी मां का जो एक्सीडेंट हुआ था उसमें आपका हाथ था या नहीं था लेकिन इतना तो कंफर्म जरूर हूँ की मेरी मां को प्वाइजन देने में आपका जरूर हाथ था बस दुआ कीजिएगा की इन दोनों बातों का सबूत मुझे ना मिल जाए वरना आपकी जिंदगी नरक से बेहतर करने में मुझे जरा भी समय नहीं लगेगा यह कह कर उसने दो बॉडीगार्ड को देखा और कहा मिस्टर वाधवा को कंपनी के बाहर का रास्ता दिखाया जाए यह बोलकर वह वहां से चली गई।
श्रद्धा के मुंह से उसकी मां को प्वाइजन देने की बात सुनकर और 7 साल पहले वाले एक्सीडेंट में उसके पिता मोहन वाधवा का हाथ होने के बाद जानकर सिद्धार्थ एक बार शौक हो गया उसे इतना तो पता था कि किसी ने उसकी मां को प्वाइजन दिया था और वह आदमी अब तक फरार है सिद्धार्थ बहुत ही ज्यादा उसे ढूंढने की कोशिश कर रहा था लेकिन अभी तक वह नहीं मिल पाया था लेकिन अब उसके पास एक और मकसद हो गया था उसे जानना था कि आखिर 7 साल पहले जो एक्सीडेंट हुआ था उसमें मोहन वाधवा का हाथ था या नहीं था इसी बात की तहकीकात के लिए वह भी ऑफिस से निकल गया।
क्या सच में श्रद्धा की मां को प्वाइजन देने और 7 साल पहले हुए एक्सीडेंट में मोहन वाधवा कहा था जानने के लिए
To be continued ♥️♥️♥️♥️
राधे राधे