" आई एम सॉरी .. मैं गलत रूम मैं आ गयी "
यह कहकर वो जाने ही वाली थी लेकिन अर्जुन ने उसकी कलाई पकड़ कर दीवार पर लाकर खड़ा कर दिया जिससे अर्जुन का खूबसूरत चेहरा उसकी आंखों के सामने बड़ा हो गया
" मुझे पाने के लिए इतनी मेहनत करने की जरूरत नहीं है "
अर्जुन ने अपनी आंखें नीचे गिरा कर नैन्सी के हथेली के आकर के चेहरे को देख कर कहा
नैन्सी अपनी आंखें थोड़ी संकीर्ण करके बोली
" क्या? "
अर्जुन हल्की और गहरी आवाज में बोला
" मैं मानता हूं कि तुम्हारी दूसरी लड़कियों की तुलना में मुझे लुभाने की स्कीम अच्छी है.. लेकिन मेरे सामने तुम्हारी यह स्कीम नहीं चलेगी.. ठीक है? "
नैन्सी अपना पैर उठा कर अर्जुन के मेनहुड में मारने की कोशिश करती है लेकिन अर्जुन ने उसका पैर पकड़ लिया और अपने दूसरे हाथ से उसकी कमर भी मजबूती से पकड़ ली
नैन्सी को कभी किसी ने इतना नहीं दबाया और ना ही पहले किसी ने इतना अपमानित किया वो अपनी पूरी ताकत से अर्जुन की बाहों से छूटने के लिए संघर्ष करने लगी |
नैन्सी की हरकत इतनी तेज और एग्रेसिव थी कि तभी अर्जुन के पेड़ लड़खड़ाए और दोनों सीधा बेड पर गिर गए
अचानक नैन्सी के सामने एक सुंदर चेहरा करीब आ गया जिससे देख वो कुछ पल के लिए संघर्ष करना भूल गयी
बेड पर नैन्सी अर्जुन के नीचे ही थी जबकि अर्जुन ने पूरा भाड़ नैन्सी पर ही छोड़ दिया था
बीस सेकंड बाद नैन्सी ने उसके सीने पर अपना हाथ रख कर उसे खुद के शरीर से थोड़ा हटाया.. अर्जुन भी अपने दोनों हाथों को बेड से टिका कर कुछ ऊपर उठ गया और नैन्सी के चेहरे को गौर से देखने लगा
उसकी गोरी त्वचा गुस्से के कारण लाल हो गयी थी और उसकी आँखें आसमान मैं सितारे की तरह उज्वल दिख रही थी.. उसने पहले इतनी क्लियर आँखें कभी नहीं देखी थी |
अर्जुन को याद आता है किस तरह लक्ष्य ने कुछ दिन पहले इस लड़की का विवरण दिया था.. लम्बे पैर.. पतली कमर जब अर्जुन की नजर नैन्सी के चेहरे से हटकर नीचे उसके सीने पर जाती है तो वो मन मैं सोचता है कि लक्ष्य एक विवरण देना तो भूल ही गया..
नैन्सी ने उसे एक किक मारी और उसकी तरफ घ्रणा से देख कर बोली
" क्या देख रहें थे तुम "
अचानक से अर्जुन ने अपने आप को शांत किया वो फिर से उसकी सुंदरता में खो गया था.. वो पागल हो गया है जो एक जंगली बिल्ली.. बर्बर.. और जिद्दी लड़की के ख्यालों मैं डूब गया था जिसे वश में करना मुश्किल है
अर्जुन बेड से उठ कर कहता है
" गेट आउट ऑफ माय रूम "
नैन्सी गुस्से से उसकी तरफ देख कर बोलती है
" तुम तो ऐसे कह रहें हो जैसे मैं यहां रुकना चाहती हूं " इतना कहकर वो कमरे से बाहर निकल जाती है
अर्जुन ने अपनी कमर में लिपटे हुए बाथ टॉवल को देखा और भाग्य को कोसता हुआ बाथरूम में कोल्ड शॉवर लेने चला गया.. जब वो अपने बेड पर सोने के लिए लौटा तो बेड से आ रही नैन्सी की भीनी खुसबू उसे सुकून दे रही थी |
अगले कमरे में नैन्सी बेड की एक साइड पर लेते हुए खिड़की के बाहर उज्जवल और साफ चांद को देख रही थी
गररर
अचानक से उसका पेट गरगराने लगा. आज उसका सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी में इतना ध्यान केंद्रित था कि वो आज रात का डिनर करना ही भूल गई.. उसने सोचा था पार्टी के बाद गांव के चीफ और अन्य सिक्योरिटी गार्ड के साथ डिनर करेगी लेकिन दुर्भाग्य से..वो इस घर में आकर फस गई.. ऐसा कोई रास्ता भी नहीं था जिससे वो भूके पेट आराम से सो सकें
इसलिए वो नंगे पैर चलते हुए कमरे से निकलकर सीढ़ियों तक जाती है और ऊपर से ही पूरे हॉल में नजर दौराती है तब उसे एक किचन दिखाई देता है |
नैन्सी किचन में आकर चारों तरफ नजर घुमाती है उसकी नजर एक कोने पर रखे विशाल रेफ्रिजिरेटर पर जाती है.. निसंदेह मिस्टर मेहरा अमीर व्यक्ति है उनका रेफ्रिजिरेटर वॉक इन वन था लगभग कोल्ड स्टोरेज की तरह |
रेफ्रिजिरेटर में सभी तरह के इंग्रेडिएंट थे उसमें से अधिकांश इनग्रेडिएंट वेस्टर्न थे |
उसने बेतरतीब ढंग से कुछ फ्रेंच इनग्रेडिएंट्स निकाल लिए और उन्हें बनाने लगी
अर्जुन की आंखें नींद से बंद हो रही थी लेकिन अचानक से एक झटके से उसे खाने की सुगंध आती है जिससे उसका पेट भूख के मारे गरगराने लगता है
वो बेड से उठ कर सोचता है
[ इतनी रात को खाने की खुशबू कहां से आ रही? ]
अर्जुन स्लीपर पहन कर नीचे हॉल में जाता है यहां वो देखता है नैन्सी बड़े से डाइनिंग टेबल पर बैठ कर खाना खा रही है
उसने शुद्ध सफेद नाइट ड्रेस पहन रखी थी साथ ही उसके बाल कंधे पर लिपटे थे जिससे वो पूरी तरह से एक अलौकिक परी लग रही थी
जब अर्जुन डाइनिंग टेबल पर पहुंचा तो उसने मुंह में पानी लाने वाला खाना देखा जो उसके पर्सनल शेफ के खाने की तरह दिख रहा था |
" तुमने खाने मैं क्या बनाया है "
नैन्सी ने फ्रेंच टोस्ट का टुकड़ा काटा और ठाट से अपने मुँह मैं डाला
" मसाला फ्रेंच टोस्ट.. फ्रेंच चिकन कैसरोले और वेजिटेबल सलाद "
यह लड़की जानती है इंजॉय कैसे करना है.. हां?
अर्जुन ने डाइनिंग टेबल पर रखी एक जोड़ी कलटरी उठाई.. यह देख नैन्सी ने अपने हाथ आगे बढ़ाएं और उसे अपनी ठुड्डी पर रख कर बोली
" आई एम सॉरी मिस्टर मेहरा लेकिन मैंने आपके हिस्से का खाना नहीं बनाया "
अर्जुन ने अपनी आंखें हल्की सिंकोर ली
" तुम मेरी जगह पर रहकर.. मेरा ही खाना खा रही हो फिर भी तुमने मेरे हिस्से का खाना नहीं बनाया? "
नैन्सी ने अपनी सिंगल आइब्रो को उठाकर कहा
" अगर आपको ऐसा लगता है कि मैं आपके घर में रुक कर आपका ही खाना खा रही हूं.. तो आप मुझे अपने घर से निकाल कर क्यों नहीं फेंक देते? "
अर्जुन ".."
ब्रावो.. यह लड़की समय-समय पर अपनी लाइन क्रॉस कर रही है
अर्जुन ने झट से नैन्सी के आगे रखे फ्रेंच चिकन कैसरोले को को उठाया और उसका एक टुकड़ा काटकर अपने मुंह में डाल लिया
नैन्सी ".."
मिस्टर मेहरा जानते हैं किस तरह दूसरों का खाना छीना जाता है
जैसे ही अर्जुन ने फ्रेंच चिकन कैसरोल का टुकड़ा अपने मुंह में चबाया उसकी आंखों में हैरानी की झलक चमक उठी.. उसने सोचा था कि डाइनिंग टेबल पर रखा खाना अच्छा और खाने योग्य होगा लेकिन यह खाना अच्छे से भी ज्यादा स्वादिष्ट है
यह लड़की फाइट भी कर सकती है और स्वादिष्ट खाना भी बना सकती है पता नहीं यह और क्या क्या कर सकती है
अर्जुन खाने का आनंद लेता हुआ बिना उसकी तरफ देख कर बोलता है
" मेरे लिए फ्रेंच चिकन कैसरोल बनाओगी तो मैं तुम्हारी एक शर्त पूरी कर सकता हूँ "
" कोई भी शर्त ? "
नैन्सी ने अपनी आइब्रो उठा कर पूछा
" हाँ कोई भी शर्त "
नैन्सी टेबल को हल्के से टेप करके बोली
" ओके डील.. हालांकि मुझे अभी कोई शर्त याद नहीं आ रही है पर जब मैं अपनी शर्त सोच लुंगी तो आपको उसे पूरा करना होगा "
इतना कहकर वो रेफ्रिजिरेटर से इनग्रेडिएंट निकालने चली गई जब वो खाना बना रही थी तो ऐसी सुगमता और निपुणता से बना रही थी जिसे देख किसी के लिए भी कठिन होता उससे अपनी आंखों को हटाना
जल्दी ही.. नैन्सी फ्रेंच चिकन कैसरोले की प्लेट लेकर आई और अर्जुन के सामने सेट कर दी और बगल मैं हि एक कुर्सी निकाल कर उसके साथ बैठ गयी
बाहर बूंदाबांदी हो रही थी और अंदर हॉल में शांति थी
अर्जुन ने नाइफ और फोर्क को उठाया और इस तरह नोबल व्यक्ति की तरह फ्रेंच चिकन कैसरोल को कांटा जिसकी कोई साधारण व्यक्ति तुलना नहीं कर सकता था
" तुमने कहां से सीखा है ऐसा खाना बनाना? "
नैन्सी ने लेजिली कहा
" मैंने खुद सीखा है "
वो एक औसत दर्जे की लड़की है जो 240 आईक्यू के साथ आसानी से सब कुछ कर सकती है बिना किसी के सिखाए
अर्जुन ने हैरानी से उसकी तरफ देखा यह लड़की कुछ ज़्यदा ही मिस्टीरियस नहीं है भले ही उसके पास कोई स्कील नहीं है पर उसके खाना पकाने की स्कील लवासा सिटी के टॉप रेस्टोरेंट और उसके पर्सनल शेफ से भी ज्यादा अच्छी है |
खाना बनाने की इतनी अच्छी स्किल होने के बावजूद भी यह इस अनजन गाँव में क्यों अकेली रह रही है?
" मैं तुम्हारे लिए एक फ्रेंच रेस्टोरेंट खोलूंगा और उसे फंड भी में ही करूंगा.. रेस्टोरेंट का सारा मुनाफा तुम्हारे पास जाएगा.. तो क्या सोचा है तुमने मेरे इस ऑफर के बारे में? "
नैन्सी बिना पलक झपकाए उससे कहती है
" मुझे कोई दिलचस्पी नहीं है "
अर्जुन ने उसे गौर से देखा और आगे कुछ नहीं बोला
दोनों ने एक साथ खाना खाया और शांति से अपने - अपने कमरे की तरफ चले गए.. नैन्सी की खुशबू के साथ अर्जुन को पूरी रात सुकून की नींद आई
...............
सुबह के 7:00 बज रहे थे.. दोनों एक साथ सीढ़ियों से नीचे हॉल में जा रहे थे..उनकी नजर रणबीर पर पड़ी जो हॉल में घुटने टेक कर बैठा हुआ था
अर्जुन ने बेपरवाह एक्सप्रेशन और ठंडी आवाज से उससे कहा
" तुम बिना किसी कारण के घुटने टेक कर क्यों बैठे हो? "
रणबीर ने जवाब दिया
" मैं गलत था मिस्टर मेहरा.. मैंने गलती से कल रात दरवाजे को लॉक कर दिया था.. आप मुझे जो सजा देंगे मुझे मंजूर है "
" गलती से "
नैन्सी ने सिंगल आइब्रो उठाई और हाथ को अपने सीने पर क्रॉस करके ठंडी आवाज में पूछा
" ह.. हाँ "
नैन्सी के कोल्ड ओरा को देख रणवीर बुरी तरह से कांप रहा था उसकी नैन्सी से नज़रे मिलाने की भी हिम्मत नहीं हो रही थी
नैंसी ने अपना सिर ना मैं हिलाया और उसे कांपते हुई देख आगे कुछ नहीं बोली
अर्जुन रणवीर की तरफ देखते हुए बोला
" अगर अगली बार भी तुम्हारा ऐसा ही लापरवाही करने का इरादा है तो तुम तुरंत अपना सामान पैक करो और जॉब छोड़ दो "
पता नहीं यह उसका भ्रम है या कुछ और लेकिन रणबीर को महसूस हो रहा है मिस्टर मेहरा उससे बिल्कुल भी नाराज नहीं है
वो अपने दिल में बड़बड़ाता है
[ उसमें अब इतनी हिम्मत नहीं बची कि वो दोबारा ऐसी हरकत करें ]
रणबीर सिर उठाकर अर्जुन की तरफ देखकर बोला
" येस मेस्टर मेहरा.. दोबारा ऐसी लापरवाही नहीं होंगी "