नैन्सी ने ब्लैक के हाथों से जग लिया और एक ग्लास मैं वाइन डालकर वे अर्जुन की तरफ गयी उसे ग्लास हाथों मैं देते हुए वे बोली
" सॉरी सर.. मेरा बेटे की वजह से आपको बार बार परेशान होना पड़ रहा है "
अर्जुन उसके मुलायम हाथों से वाइन का ग्लास लेकर बोलता है
" कोई बात नहीं "
उसने ग्लास को अपने होठों से लगा कर वाइन का एक घूँट पिया.. उसे वाइन इतनी ताजा और स्वादिष्ट लगी की जब उसने दोबारा ग्लास को अपने होठों से लगाया तो वे एक ही बार मैं पूरी वाइन पी गया |
वाइन इतनी स्वादिस्ट है.. किसी की भी मरी हुई भूख को जगा दे | अर्जुन अपने आप को रोख नहीं पाया और उसने एक ग्लास वाइन पीने के लिए और मांगी |
ब्लैक ने रणवीर की तरफ दो बार पलक झपकाई.. रणवीर लिटिल किड के इशारे समझ जाता है और उसके साथ आंगन के बाहर आ जाता है |
ब्लैक अपनी पिले कलर की मोटी गुल्लक रणवीर के हाथ मैं देकर बोलता है
" अंकल रणवीर यह मेरी अब तक की बचत है..आप सब ले लो "
रणवीर हैरानी के भाव से पूछता है
" पर.. किस लिए? "
" मुझ पर एक एहसान कर दो अंकल रणवीर? आप यहाँ से चले जाओ अपनी कार लेकर..जब डैडी आपको और कार को नहीं देखेंगे तो उनके पास कोई और ऑप्शन नहीं रहेगा और वे यहां मेरे साथ रुख जायेंगे "
रणवीर °_°
इस बच्चे ने बॉस का गुस्सा नहीं देखा इसलिए यह मुझ से शेर के मुँह हाथ डालने को कह रहा है |
ब्लैक ने रणवीर के चेहरे पर डर के भाव देखे.. वे अपनी नन्नी सी छाती को थपथपा कर बोला
" बुरा से बुरा क्या होगा? आपकी बस नौकरी जाएगी आप चिंता मत करो मेरी मम्मी बहुत अमीर है..आप मेरी मम्मी के पास आ जाना नौकरी के लिए.. वो आपको नौकरी पर रख लेगी |
रणवीर जब ब्लैक की बात सुनता है तो मन ही मन उसका उपहास उड़ाता है
[ एक गाँव की लड़की के पास कितने पैसे होंगे..जो अपनी रोजी रोटी खेती और शिकार करके कमाती है ]
रणवीर..ब्लैक की तरफ देखकर बोलता है " पर "
लेकिन ब्लैक बिच मैं से रणवीर की बात काट कर बोलता है
" अंकल रणवीर जब मैं आपसे पहली बार मिला था तब ही मैं आपको पहचान गया था.. आप एक दयालु इंसान है?"
वे रणवीर का हाथ पकड़ कर कहता है " क्या आप मेरी मदद करेंगे? अगर मेरे डैडी बाद मैं आपको ब्लेम करेंगे तो मैं उनसे कह दूंगा..कि मैंने ही आपको यह सब करने के लिए किया था "
ब्लैक के चेहरे पर उसके डैडी का प्यार पाने की लालसा साफ झलक रही थी |
रणवीर ने उसके दयनीय चेहरे को देख दाँत पिसे और लम्बी सांस लेकर बोला
" ठीक है.. मैं तुम्हारी मदद करूँगा "
आंगन मैं अर्जुन को राइस वाइन इतनी स्वादिस्ट लगी.. उसने वाइन के लगातार 5-6 कप पी लिए..पीने के बाद जब वे सर ऊपर कर देखता है तो उसे नैन्सी के लाल गाल..गोरा रंग और उसकी गहरी काली आँखें देख कर सोचने लगता है |
[ अजीब है ..इस औरत की त्वचा सफेद और कोमल कैसे है? जबकी इसने अब तक की अपनी पूरी जिंदगी इस गाँव मैं बिठायी है ]
अर्जुन के लिए मुश्किल हो रहा था नैन्सी से अपनी नजरें हटाना | नैन्सी इस बात से अनजान की कोई उसे लगातार देखे ही जा रहा है.. वे अपनी सिर निचे कर खाने मैं बिजी थी|
जब ब्लैक रणवीर को वापिस होटल भेजने मैं सफल हो जाता है तो वे दौर कर चुपके से किचन मैं आता है.. वहां से वे उसकी मम्मी का आर्मी वाला चाकू उठा कर बाहर रखी वीर की गाड़ी के टायर काट देते है |
टायर काट कर वे लम्बी सांस लेता और कहता है
" मैं वीर अंकल को भी मॉमी -डैडी के बिच मैं कबाब की हड्डी नहीं बनने दूंगा "
जब नैन्सी अपना खाना खत्म कर अर्जुन की तरफ देखती है तो अर्जुन जल्दी से थोड़ा घबड़ा कर अपनी नजरें उससे हटा लेता है |
वे धीमा खाश कर अपना गला ठीक करता है और उसकी तरफ फिर देख कर बोलता है
" खाना स्वादिस्ट था.. उससे भी ज्यादा स्वादिस्ट ये वाइन.. हमें जाने के लिए लेट हो रहा है तो अब हमें निकलना होगा.. थैंक्यू "
" रणवीर चलो "
लेकिन इस समय रणवीर ताज लकेफरेंट होटल पहुंच गया था.. वे होटल के करीब एक छोटी झील के किनारे बेचैन बैठा हुआ है और झील मैं पत्थर फेंके जा रहा है..एकदम से उसकी दायी आँख जोर -जोर से फड़कने लगी.. उसे एहसास हो गया है कि बॉस उसे ही याद कर रहें है और बहुत गुस्से मैं हैं |
" सोरी बॉस.. आप कल मुझे जो पनिशमेंट देंगे मैं उसे खुशी से एक्सेप्ट कर लूंगा.. यह मेरी ही गलती है कि मैं लिटिल किड को मना नहीं कर पाया "
अर्जुन आंगन के चारो और देखता हैं..पर उसे रणवीर कही नहीं दिखायी देता है |
ब्लैक..अर्जुन की पेंट पकड़ कर उसे धीरे से खींच कर बोलता हैं
" अंकल रणवीर के रहें थे.. उनकी तबियत ठीक नहीं लग रही तो वे घर चले गए..डैडी आप आज रात हमारे घर क्यों नहीं रुक जाते..?
नैन्सी बोलती है " क्या बकवास किये जा रहें हो तुम ब्लैक? वीर अपनी जीप निकालो और मिस्टर मेहरा को उनकी होटल तक छोड़ कर आओ "
ब्लैक चोरी छुपे मुस्कुराता है.. सौभाग्य से उसने पहले ही सोच लिया था अगर अंकल रणवीर नहीं होंगे तो मॉमी का..डैडी को वापिस भेजनें का क्या प्लान होगा |
नैन्सी की बात सुनते ही वीर ने टेबल से जीप की चाबी उठायी और अर्जुन से कहा
" चलिए सर आज मैं आपको इस हरियाली गाँव का रात का दृश्य दिखाता हूँ "
अर्जुन हाँ मैं अपना सिर हिलाता है और वीर के साथ जाने को आगे बढ़ता है |
जब वीर अपनी जीप के पास जाता है तो वे जोर से चिलाता हैं
" बॉस मेरी जीप के टायर कटे हुए है "
नैन्सी उसकी आवाज सुनकर बाहर आती और देखती है कि वीर की जीप के दो टायर कटे हुए है |