नौकर ने उत्तर दिया, "नहीं।"
किन जहीए बिना कोई शब्द कहे वहां से चुपचाप चली गई।
...
सुबह का एक बज रहा था। ऐसा लग रहा था कि गु यूशेंग, फिर से उस रात वापस नहीं आएगा।
जब से गु ने नौकर को किन के ऊपर नजर रखने का आदेश दिया था जिस समय उसने गर्भनिरोधक गोलियां निगली, गु यूशेंग को अपने घर गए हुए एक महीना हो गया था।
जाने से पहले गु ने नौकर के लिए ये संदेश छोड़ा था कि किन को ये आदेश है कि वो उसे अब और परेशान नहीं करेगी। उसने जो कुछ कहा, उसके बाद किन ने उसका इंतजार बिल्कुल नहीं किया।
इसका नतीजा ये हुआ कि वो दोनों उस महीने ना तो एक - दूसरे से मिले और ना ही संपर्क किया।
किन जहीए ने यूरोपीय अंदाज वाली दादाजी की घड़ी जो उससे ज्यादा दूर नहीं थी, घूरते हुए देखा जब घंटे की सुई ने एक बजाया। उसने कुछ देर के लिए बाहर देखा और फिर से अपनी नजरे धीरे - धीरे टेलीविजन स्क्रीन की ओर कर ली। टेलीविजन पर एक फिल्म दिखाई जा रही थी, जिसमें उसका पसंदीदा अभिनेता था, लेकिन उसको देखने में किन का मन नहीं लग रहा था। उसने टेलीविजन को बंदकर ऊपर जाने का फैसला किया।
शायद ये इसलिए था क्योंकि वो जब घड़ी की ओर देख रही थी तब उसके मन में यूशेंग का ख्याल आ रहा था, लेकिन किन जहीए के बिस्तर पर जाने के बाद भी उसे जल्दी से नींद नहीं आई। उसने अपनी आंखे थोड़ी देर के लिए बंद की, जबकि उसके मन के ख्यालों ने उसे डरा दिया। बहुत देर के बाद जब उसको नींद आई, तो उसके पलंग के बगल में पड़े मेज पर रखा फोन बजा।
फोन ने गु हवेली के लैंडलाइन नंबर को प्रदर्शित हो रहा था। उसने फोन उठाया और जवाब दिया। फोन पर नैनी जांग थी, जिसने बीस वर्षों से अधिक गु परिवार की सेवा की थी। "छोटी मालकिन, मुझे क्षमा करें, मैं आपको इस समय फोन कर रही हूं। बूढ़े मास्टर गु ने पहले फोन किया था और कहा था कि वह सुबह की फ्लाइट से वापस बीजिंग आ रहे हैं। वो चाहते है कि आप और छोटे मास्टर रात के खाने पर घर आए ..."
नैनी झांग ने केवल बूढ़े मास्टर गु के निर्देशों का पालन किया। वह शायद गु परिवार में एकमात्र व्यक्ति थी जिसने यूशेंग के आदेशों के खिलाफ जाने की हिम्मत की, उसे "छोटी मालकिन" के रूप में संबोधित किया।
"और छोटे मास्टर को कृपा ये संदेश दे देना ..."
लेकिन गु ने मुझे कहा कि मैं उसे किसी भी चीज के लिए परेशान न करूं। ये शब्द उसके जबान पर थे, जब वो नैनी झांग को कॉल पर बताना चाहती थी। हालांकि, जिस दिन किन इस घर में आई थी, उस दिन गु यूशेंग ने उसे जो चेतावनी दी थी उसको याद आ गई थी।
उन्होंने कहा था कि इस दुनिया में दादाजी ही एकमात्र सदस्य है जो उनके परिवार में बचे हैं। अगर उसने उनके दादाजी को मनाने के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल नहीं किया होता, तो उसे अपने दादाजी के आदेशों के तहत उसके साथ नहीं रहना पड़ता। उसने भी उसे देखने की जहमत नहीं उठाई, अकेले उसी एक ही छत के नीचे रहने दिया।
गु यूशेंग ने ये भी कहा कि अगर दादाजी को उनके खराब रिश्ते के बारे में पता चला और वो चिंतित हुए तो वो किन को कभी माफ नहीं करेगा।
अगर किन गु यूशेंग को बुलाने के लिए नैनी झांग को कहती है तो ये स्पष्ट हो जाएगा कि एक साथ रहने पर भी उन दोनों के बीच अच्छे संबंध नहीं है। ऊपर से, नैनी झांग ने इतने सालों तक बूढ़े मास्टर गु की सेवा की थी...
किन जहीए ने कुछ देर संघर्ष किया और फिर जो कुछ वो कहना चाहती थी उसको अपने मन में ही रखने का फैसला किया। उसने अपना मन बदल लिया और कहा, नैनी झांग मैं यूशेंग को बता दूंगी।"
जब नैनी ने फोन रख दिया तो किन जहीए अपने बिस्तर पर बैठ गईं। अपने सेल फोन पर यूशेंग के नंबर को देखने लगी और नंबर लगाने से पहले थोड़ी देर दुविधा में रही।
जैसा कि उसने फोन पर डायल टोन सुनी, किन इतनी घबराई हुई थी कि वह अच्छे से सांस नहीं ले पा रही थी।
एक… दो… तीन… चौथी रिंग में, बिना किसी संकोच के दूसरी तरफ से फोन काट दिया गया।
गु यूशेंग ने फोन काट दिया था...
उसने अपने होंठों को सिकोड़ा और दूसरा कॉल करने का प्रयास नहीं किया। इसके बजाए, उसने खुद को शांत किया और उसे लिखकर संदेश भेजा। अपने फोन से भेजा गया संदेश उसे नजर नहीं आ रहा था, इसलिए उसने उसे फिर से कॉल किया। हालांकि, इस समय डायल टोन की आवाज नहीं थी - लाइन व्यस्त थी।