निंग क्षी जैसे ही सेट पर आयी उसे पता पड़ा कि शूटिंग की समय सारणी में कई सारे बदलाव किए गए हैं, क्योंकि जियांग मुए छुट्टी पर चला गया है| उसे उसके घर पर कुछ ज़रूरी काम आ गया था|
निंग क्षी सोचने लगी यह लड़का दिन रात बिना रुके बड़बड़ करता रहता था पर जाने से पहले मुझे एक बार भी नहीं बताया कि क्या हुआ है, क्यों जा रहा है|
निंग क्षी ने जियांग मुए को तुरंत फोन किया|
जियांग मुए की आवाज से ही लग रहा था कि उसका मूड बहुत खराब हैं, "तुम्हें क्यों बताऊ मैं? तुम तो मुझसे नफरत करती हो? तुम्हीं चाहती थी कि मैं तुमसे दूर रहूँ| तुम्हें तंग ना करूँ| अब तो तुम्हारे मन की हो गयी हैं|"
यह सुन कर निंग क्षी को भी गुस्सा आ गया, "जियांग मुए तुम इतने गुस्से में क्यों हो?"
जियांग मुए अपनी नासमझी पर अवसादित महसूस कर रहा था, उसने खुद को शांत किया, "मैं इस वक़्त अपने पिताजी की कंपनी में हूँ और सुबह से कुत्तों की तरह काम कर रहा हूँ| मुझे नहीं लगता कि मैं यहाँ से जल्दी निकल पाऊँगा| तुम्हें शाम में जब समय मिले तो खेल के लिए लॉग इन करना, मैंने कुछ भेजा हैं तुम्हारे लिए,जन्मदिन की शुभकामनाएँ|"
और हाँ मैंने तुम्हारे इनबॉक्स में भी कुछ भेजा हैं उसे भी देख लेना, विश्वास करना या नहीं करना तुम पर निर्भर करता हैं |चलो बाय|"
"यह लड़का भी ना...."निंग क्षी ने गहरी साँस लेते हुए फोन रखा|
गुओ किशेंग निंग क्षी से बात करने के लिए आया, "निंग क्षी तुम्हें जियांग मुए के बारे में पता पड़ा ही होगा| कल जो किसिंग सीन हम कर रहे थे वह आज नही कर पाएँगे| उसकी जगह निंग क्षुएलुओ से साथ लड़ाई का द्रश्य आज करेंगे |बाद में मैं तुम्हें नयी समय सारिणी दे दूँगा|
निंग क्षी ने हाँ में सिर हिला दिया, "समझ गयी डाइरेक्टर|"
डाइरेक्टर से बात कर ने बाद कोने में एक पेड़ के नीचे बैठ के स्क्रिप्ट पढ़ने लगी|
वह तन्मयता से स्क्रिप्ट पड़ रही थी की तभी उसे किसी के कदमों की आवाज सुनाई पड़ी| उसने तिरछी निगाहों से देखा की सु यान उसकी तरफ ही आ रहा था|
सु यान ने निंग कक्षुएलुओ को आज सेट पर भेजा था पर खुद ने पूरे दिन की छुट्टी ली थी ताकि वह पूरा दिन क्षुएलुओ के साथ गुजर सके| प्रॉडक्शन क्रू की लड़कियाँ पागल हुई जा रही थी|
निंग क्षी को सु यान से बातचीत करने का जरा सा भी मन नहीं था उसने नज़र उठाकर सु यान की तरफ देखा और इशारे से पूछा क्या चाहिए?"
सु यान ने उसे ठंडे शर्बत की बोतल थमाते हुए कहा, " क्षियाओ क्षी क्या तुम क्षुएलुओ की जन्मदिन की पार्टी में आने वाली हो?"
यह सुन कर निंग क्षी से रहा नहीं गया| उसने सु यान की तरफ ऐसा देखा जैसे वह एक बेवकूफ आदमी हैं, "इतना बेवकूफी से भरा हुआ प्रश्न तुम कैसे पूछ सकते हो?"
"क्षियाओ क्षी आज तुम्हारा भी जन्मदिन हैं, अगर तुम आती हो तो हम तुम्हारा जन्मदिन भी मना सकते हैं| मैंने अंकल और आंटी से भी बात कर लिए उन्हे भी कोई आपत्ति नहीं हैं|'
निंग क्षी ने अपनी आंखे फेरते हुए कहा, "धन्यवाद पर मेरा जन्मदिन आधा खत्म हों चुका हैं|"
सु यान खीजकर बोला, " निंग क्षी मुझे लगता हैं जैसे मैं तुम्हें अब जानता भी नहीं| क्या तुम फिर से पहले जैसी समझदार, दयालु, सुलझी हुई निंग क्षी नहीं बन सकती? मैं मानता हूँ जो कुछ हुआ उसमे मेरी ही गलती थी| मेरी वजह से ही निंग क्षुएलुओ ने वह हरकत की थी| अगर तुम किसी को दोष देना चाहती हो तो निंग क्षुएलुओ की मासूमियत को दोष दो| जो कुछ हुआ उसकी वजह से निंग क्षुएलुओ इतने सालों से आत्मग्लानि में जी रही है| वह सही में चाहती हैं कि तुम उसे माफ कर दो और उसे अच्छी दुआएँ दो| मुझे उम्मीद है कि तुम ज़रूर आओगी|"
"आत्म ग्लानि?" हर बार जब भी वह सु यान से बात करती थी उसे लगता लगता था कि वह किसी बेवकूफ से बात कर रही हो|
"मुझसे मेरी पहचान छीनने की आत्म ग्लानि क्या? मुझसे मेरे माँ बाप छीनने की आत्म ग्लानि क्या? या मेरे आदमी के साथ सोने की आत्म ग्लानि? अगर ऐसा हैं तो कई सारी चीजें ऐसी हैं जिसकी आत्म ग्लानि उसे होनी चाहिए और मेरे लिए दयालु शब्द का इस्तमाल मत करों, उस वक़्त मैं दयालु नहीं, बेवकूफ थी|"
सु यान के चेहरे के भाव भद्दे हो गए, फिर उसने दृढ़ता से कहा, "क्षियाओ क्षी तुम जो चाहोगी मैं वही करूँगा, सिवाय कोर्ट में क्षुएलुओ के खिलाफ गवाही देने के| बस तुम क्षुएलुओ को माफ कर दो|"
"सही में कर पाओगे ऐसा?" निंग क्षी ने अपनी एक भौंह उचकाते हुए पूछा|
"हाँ|" सु यान ने सिर हाँ में हिलाकर जवाब दिया|