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संघर्ष का दूसरा नाम औरत Original

संघर्ष का दूसरा नाम औरत

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Über Inhaltsverzeichnis Reviews

Zusammenfassung

औरत होना इस दुनिया का सबसे बड़ा पाप क्यू है?
जन्म से लेकर मृत्यु तक उसका जीवन सिर्फ संघर्ष ही बना रहता है।
मैं पूछती हूं क्यों ?
औरत के पास उसका खुद का घर नहीं होता ।
शादी के पहले पिता का घर ।
शादी के बाद पति का घर !!
मैं पूछती हूं उसका खुद का घर कहां है।

क्यों हमेशा दूसरों के सहारे जीने को मजबूर किया जाता है ?

क्यू उसके अपने ही दुश्मन बन जाते हैं ?
क्यों भगवान एक लड़की को संघर्ष लिए इस दुनिया में भेजते है?
लोग देवी की पूजा करते हैं ।
पर क्यों वह अपने ही घर मे लड़कियां नही चाहते हैं?
क्यों लोग बहू ,बेटियां पर अत्याचार करते हैं?

क्यू उनको जिंदा जलाया जाता है ?
क्यूउनका बलात्कार होता है?
क्यों उनको आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया जाता है ?

क्यों उनको इतना दर्द सहना पड़ता है ?
क्या एक औरत को जीने का अधिकार नहीं है ?
क्यों उसे शादी के पहले अपने मां बाप भाई के सामने झुकना पड़ता ह

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1Rezensionen

  • Qualität des Schreibens
  • Veröffentlichungsstabilität
  • Geschichtenentwicklung
  • Charakter-Design
  • Welthintergrund

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lanwanji14

I think it is going to be good because it is Based on woman empowerment. I already in love with this😙😙 .can't wait to read more .. good job author and don't worry I will support you .😊😊😊😁😁

4yr
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