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100% एक वादा A boylove story / Chapter 19: असली पहचान

Kapitel 19: असली पहचान

baathroom और bathtub मे पानी को मैला कर देने के बाद और खुद को चमका लेने के बाद ,शमैथ्स अब वो शख्स तो लग ही नहीं रहा था जो baathroom के अंदर गया था ,उसके कपड़े अपने असली वज़न से ज़्यादा अपने ऊपर चिपकी मैल से ज़्यादा भारी हो चुके थे ।वही कुछ ऐसा ही हाल ,शमैथ्स का था ।

खुद को निहार लेने के बाद शमैथ्स बाहर आया और जैसे ही दरवाज़ा खोलकर जाने लगा ,सामने बच्चे ने आकर उसका रास्ता रोक दिया ।

" कहाँ चल दिये शमैथ्स ,अपने नए दोस्त को भूल गये क्या ?" शमैथ्स ने पीछे मुड़कर उस प्यारे से बच्चे को देखा ,जो अपने साफ कपड़े पहने उसके सामने खड़ा था ।

बच्चे ने शमैथ्स को ध्यान से ऊपर से नीचे तक देखा ,गौर किया और अपना छोटा सा हाथ अपनी ठुद्दी पर रखते हुए बोला " हम्म्म्म ,वाह!क्या बात है ,अब लग रहे हो इंसान पहले तो भालू लग रहे थे ,चलो चलें"

शमैथ्स ने तारीफ और बेज़्ज़ती का ऐसा combination पहले कभी सुना ही नहीं था ,ये सुन शमैथ्स के होंठो पर मुस्कुराहट आ गई ,फिर उसने उस नन्हें से फरिश्ते का हाथ थामा और गोलाकार सीढ़ियों से नीचे उतरने लगा ।

जैसे ही वो नीचे की तरफ आ रहा था ।

एक नौकरानी ,जो उस जनरल के ठीक सामने खड़े थी ,उसने ऊपर देखा तो जैसे मोहित हो गई ।अब आस -पास वाली महिलाएँ जो उस घर मे सालों से काम कर रही थीं शमैथ्स को देख कर ऐसे स्त्ब्ध रह गईं ,मानो आज उनके सामने कोई राजकुमार प्रकट हो गया था ।

brown plain shirt, black paint, साथ leather का long coat और बालों मे एक प्रकार का खास gel, कपड़े भले ही पुराने थे लेकिन शमैथ्स पर ऐसे लग रहे थे मानो वो शमैथ्स का ही इंतज़ार कर रहे थे अपनी खूबी बताने को "

"आओ आओ नौजवान ,क्या बात है ,बेहतरीन जान्बाज़ योद्धा लग रहे हो ,आओ बैठो " जनरल ने हँसते हुए कहा और फिर बैठ कर अपनी पाइप को सुलगाने लगा ।

जैसे ही वहां चाय रखी गई ।

जनरल ने चाय् उठाते हुए कहा " चाय लो नौजवान " फिर दोनों ही चाय का स्वाद लेने लगे ,भले ही सालो से शमैथ्स अपने सेना के नियमों और बातचीत के तरिके से दूर था ,लेकिन वो वैसे ही अपने अंदर के लाज़वाब लड़ाकू और नियमब्ध शमैथ्स को सहेजे बैठा था ,जैसे एक शेर भले शिकार भले ही ना कर रहा हो लेकिन वो शिकार करना नही भूलता , वैसे ही शमैथ्स ,जनरल के आगे ठीक ऐसे विराजमान था ,जैसे एक शेर दूसरे शेर के आगे ।

इतने सालों की इस बेरहम ज़िंदगी ने शमैथ्स के अंदर से डर को जैसे खत्म ही कर डाला था ।

" सुनो नौजवान ,तुम्हारे जैसे सख्त ,ऊँचे लम्बे ,सुघड़ शरीर वाले शेर से हमारे जवाब कुश्ती कर अपना ज़ोर आज़माना चाहेंगे ,क्या कहते हो हो जाए दो - दो हाथ "

जो शमैथ्स अपने मे खोया और चाय पर ध्यान लगाए ,चाय पी रहा था ,उसने एक बार भी नज़र नही उठाई और झट से इंकार मे कहा " नहीं मेरा ऐसा कोई इरादा नही है और वैसे भी दिखने मे और होने मे बहुत फर्क होता है और ये बात आप मुझसे कई गुना ज़्यादा बेहतर जानते है जनरल timothi "

इस बात ने जैसे जनरल को कुछ पलों के लिए लाज़वाब कर दिया था ,वो इसलिए क्यूंकि आज तक सब उस शख्स को जनरल han von alehfon के नाम से जाना जाता आया था ।उसका असली नाम तो अब वो खुद भी भूल चुका था ।

क्या करेगा अब जेनरल ,शमैथ्स द्वारा उसका असली नाम लिए जाने पर और भला शमैथ्स इस जेनरल के असली नाम को कैसे जानता था ।


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birraj_kaur birraj_kaur

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